225 फिल्में करने के बाद भी रह गए थे कंगाल, कुछ ऐसी ही थी बॉलीवुड के इस कलाकार की जिंदगी
आज बात हो रही है बॉलीवुड के मशहुर कलाकार एक हंगले कि। अगर आप इस नाम को पढ़ कर इस बॉलीवुड एक्टर को नहीं पहचान पा रहे हो तो एक सेकेंड रुक जाइए, हम आपको अभी याद दिला देते हैं। आपने शोले फिल्म तो देखी ही होगी और उसमें उस बूढ़े चाचा का किरदार तो याद ही होगा, जिसका डायलॉग “इतना सन्नाटा क्यों है भाई” , आज भी काफी मशहूर है। जी हां, ये वही हैं। ए के हंगले इन्हीं का नाम है जिन्होंने बॉलीवुड में एंट्री तो काफी बूढ़ी अवस्था में की पर जब यह आए तो ऐसे ऐसे किरदार किया जिन्हें आज भी फिल्मी प्रशंसक खूब याद रखते हैं। तो आइए देखते हैं इनका फिल्मी सफर
इनका जन्म पेशावर, यानी कि वर्तमान पाकिस्तान में हुआ। शुरूआत तो इन्होंने एक मोची के रूप में की पर कला से इनका ध्यान कभी हटा नहीं और ये साथ ही साथ थिएटर भू करते रहे। आजादी के बाद ये पाकिस्तान छोड़ भारत आ गए और यहां मुंबई में बस गए। मुंबई में बसने के बाद इन्होंने 52 साल की आयु में बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया और डेब्यू के साथ ही इनको सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ कई फ़िल्म करने का मौका मिला जिन्होंने इनके कैरियर को सातवे आसमान पर पहुंचा दिया। फिर क्या था इन्होंने कभी पीछे मुड़ कर देखा ही नहीं और एक के बाद एक हिट फिल्में दी। इनकी उम्र की वजह से सभी फिल्में इनकी एक बूढ़े पात्र वाली ही रही।
225 फ़िल्मों वाले इनके फिल्मों कैरियर में इनको सभी ऐश देखने को मिले पर जब बात आई इनके जिंदगी के आखिरी दिनों की तो वह बड़ी तंग हाली और गरीबी में बीते। यहां तक कि इनके पास अपनी बीमारी के इलाज के लिए दवाई के पैसे भी नहीं थे जिसका पता बॉलीवुड को चलने के बाद सबने इनकी मदद की पर होनी में तो कुछ और ही था और साल 2012 में ये सब को अलविदा कह गए।